सक्ती - गांव के विकास में ग्रहण लगा कर बैठा है मनोज गबेल , गंदी राजनीति से ग्रामीण हो रहे है परेशान
सक्ती , 20-12-2023 4:35:36 PM
सक्ती 19 दिसंबर 2023 - किसी भी सरकारी कर्मचारी को एक बार मुफ्त के खाने की आदत पड़ जाय तो उस आदत का छूटना काफी मुश्किल होता है कुछ ऐसे ही ग्राम पंचायत सकर्रा में देखने को मिल रहा है जँहा मुफ्तखोरी की आदत से परेशान पंचायत सचिव तबादला होने के बाद भी ना तो नए पंचायत सचिव को प्रभार दे रहा है और ना नई पदस्थापना वाली पंचायत में जा कर पदभार ग्रहण कर रहा है सचिव के इस मनमाने रवैया से दोनो ग्राम पंचायत का कार्य प्रभावित हो रहा है।
हम बात कर रहे है सक्ती जिले के ग्राम पंचायत सकर्रा की जँहा इन दिनों राजनीति काफी तेज है कुर्शी जाने के बाद भी पूर्व सरपंच पति उमाशंकर साहू कुर्शी का मोह छोड़ नही पा रहे है और वो कभी पर्दे के पीछे तो कभी झूठी शिकायत जरिये गंदी राजनीति कर गांव का माहौल खराब करने में जुटा हुआ है।
जिस पंचायत सचिव का हम बात कर रहे है उसका नाम मनोज गबेल है। मनोज गबेल का ट्रांसफर 14 सितंबर 2023 को ग्राम सकर्रा से ग्राम चरौदी हो गया लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी वह ना तो प्रभार दे रहा है और ना तो ज्वाईन कर रहा है ऐसे में नए पंचायत सचिव कुमार मल्होत्रा और सरपंच श्रीमती पदमा बरेट गांव के विकास संबंधी कोई कार्य नही कर पा रहे है।
वही एक वर्षों से कई कार्य पूर्ण हो चुके हैं जिसकी राशि ग्राम पंचायत के खाते में जमा है ग्राम पंचायत में सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित होने के बाद भी सचिव मनोज गबेल द्वारा किसी प्रकार का कोई भुगतान नहीं किया जा रहा है जब से ग्राम सकर्रा के ग्राम पंचायत में मनोज गबेल सचिव का कदम पड़ा है तब से कामकाज विकास कार्य पूरी तरह से ठंडा बस्ते में चला गया है।
जिस पर ग्रामीणों को काफी आक्रोश है मनोज गबेल के इस रवैया से भली भांति पता चलता है कुछ लोगों के कहने पर उनके इशारों पर कार्य किया जा रहा है एवं उच्च कार्यालय से जारी आदेश का अवहेलना किया जा रहा है।


















