छत्तीसगढ़ - बस्तर से सरगुजा तक के नेताओं का राजधानी में डेरा , नतीजे से पहले ही मंत्री पद के लिए कर रहे लाबिंग
रायपुर , 22-11-2023 7:29:29 PM
रायपुर 22 नवंबर 2023 - साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले भारी बहुमत ने विजयी हुए बहुत से कांग्रेस के विधायकों की महत्वाकांक्षाओं को अधूरा कर दिया था मुख्यमंत्री का एक ही पद है, मंत्रियों की संख्या भी सीमित (कुल 12 पद) है। इसलिए कई वरिष्ठ विधायकों तक के नाम के आगे 'मंत्री' नहीं लग पाया था।
पिछली बार से सबक लेते हुए इस बार कई विधायक प्रत्याशी अभी से लाबिंग करने में जुट गए हैं और रायपुर में पार्टी नेताओं के बंगलों पर कई प्रत्याशियों ने डेरा जमा लिया है। दिल्ली में पार्टी हाईकमान के पास उठने-बैठने वाले नेताओं से नियमित संवाद कर अपने मंत्री बनने के लिए जुगाड़ करने का प्रयास किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि वरिष्ठ प्रत्याशियों के साथ, दूसरी बार चुनाव जीतने की आशा लेकर बैठे प्रत्याशी मंत्री पद से नीचे समझौता ही नहीं करना चाह रहे हैं। सबसे अधिक लाबिंग यही प्रत्याशी कर रहे हैं। कांग्रेस के साथ ही भाजपा प्रत्याशियों की भी यही दशा है। वहां भी जीत से पहले मंत्री पद का जुगाड़ करने वाले प्रत्याशियों की भीड़ है।
पहले बात टिकट का था किसी तरह टिकट मिला तो प्रत्याशी प्रचार में भिड़ गया। अब मतदान हो चुका है। 03 दिसंबर को यह तय हो पाएगा कि किसके सपनों को उड़ान मिलती है, लेकिन बात अब विधायक पद से आगे बढ़ती जा रही है। भाजपा-कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी मंत्री बनने के लिए अभी से अपना पूरा जोर लगा रहे हैं।
राजधानी में राजनीतिक के दिग्गजों के बंगले में रात तक बैठक चल रही है। कभी रात्रि भोज के बहाने तो कभी अनौपचारिक मुद्दे को लेकर पार्टी के प्रमुखों से प्रत्याशी मुलाकात कर रहे हैं। कुछ प्रत्याशियों ने बंगले में ही शक्ति प्रदर्शन कर दिया। वे अपने आपको बड़े नेताओं का भी करीबी बता रहे हैं। साथ ही यह समीकरण समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि चुनाव जीतने के बाद वे पार्टी को कितना बड़ा फायदा पहुंचा सकते हैं।



















