रेलवे ने इस फाटक को हमेशा के लिए किया बन्द , आक्रोशित ग्रामीण विरोध में 11 मार्च से करेंगे आंदोलन
उत्तराखंड , 2022-03-08 18:22:35
देहरादून 08 मार्च 2022 - हरिपुर कलां में फ्लाईओवर बनने के बाद रेलवे ने जनवरी 2021 में मोतीचूर फाटक को बंद करने की कोशिश की थी। उसके बाद हरिपुर कलां और मोतीचूर के लोगों ने रेलवे का विरोध किया था और 01 से 13 अप्रैल तक मोतीचूर फाटक के पास धरना दिया था। उसके रेलवे मुरादाबाद मंडल के तत्कालीन DRM ने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक मोतीचूर फाटक खुले रखने के आदेश दिए थे। उसके बाद स्थानीय लोगों ने धरना खत्म कर दिया था।
कुछ माह पहले रेलवे ने मोतीचूर गांव के सामने स्थानीय लोगों के सुविधा के लिए अंडरपास का निर्माण किया था। लेकिन इस अंडरपास से हरिपुर कलां के लोगों को लाभ नहीं मिला पाया। बताया जा रहा है कि मोतीचूर फाटक पर रेलवे की तीन कर्मचारी 24 घंटे ड्यूूटी करते हैं। फाटक बंद कर रेलवे इन कर्मचारियों को कहीं जगह शिफ्ट कर दिया है। रेलवे की ओर से फाटक पर दोनों ओर गार्डर लगाने के साथ ही खाई खोद दी गई। वहीं फाटक को बंद करने को लेकर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर पंकज शर्मा को फोन किया गया, उनका फोन स्विच ऑफ आया।
रेलवे की ओर से मोतीचूर फाटक बंद करने पर हरिपुर कलां के लोगों ने विरोध किया। फाटक न खुलने पर उन्होंने 11 मार्च से आर पार के आंदोलन का एलान किया है। लोगों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर समास्या का समाधान करने की मांग की है।
सोमवार सुबह 11 बजे जैसे ही हरिपुर कलां के लोगों को मोतीचूर फाटक बंद होने की सूचना मिली। स्थानीय लोगों ने डॉ.राजे नेगी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना कि उन्होंने एक से 13 अप्रैल तक मोतीचूर फाटक खुले रखने के लिए धरना दिया था। इस दौरान उन्होंने मोतीचूर गांव के पास अंडरपास बनाने और हरिपुर कलां को फ्लाईओवर से कनेक्टीविटी देने की मांग थी।
रेलवे की ओर से जो अंडरपास बनाया गया उसका लाभ मोतीचूर गांव की सीमित आबादी को ही मिला। हरिपुर कलां के लोगों को कोई लाभ नहीं मिला। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. राजे सिंह नेगी ने कहा कि तब रेलवे के अधिकारियों ने उनकी दोनों मांग पूरी होने के बाद ही मोतीचूर फाटक बंद करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि फाटक बंद होने से अब हरिपुर कलां के लोगों को शांतिकुंज जाना होगा वहां फ्लाईओवर पर आना होगा। उन्होंने कहा कि मोतीचूर फाटक बंद होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने मोतीचूर फाटक के बाद 11 मार्च धरना देने का एलान कर दिया है। जब फाटक नहीं खुलता तब तक धरना जारी रहेगा। स्थानीय लोगों ने तहसील में नायब तहसीलदार अयोध्या उनियाल को ज्ञापन देकर मोतीचूर फाटक को लेकर उचित कार्रवाई की मांग की है।