छत्तीसगढ़ - छापे के लिए 15 दिन पहले से चल रही थी तैयारी , जाने EOW का पूरा प्लान और रणनीति
रायपुर , 2024-02-26 01:08:16
रायपुर 26 फरवरी 2024 - छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में EOW ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढाँड , पूर्व IAS अनिल टूटेजा , पूर्व IAS निरंजन दास , रायपुर मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और आबकारी अधिकारियों के साथ डिस्टिलरियों के 14 ठिकानों पर छापा मारा.EOW की 150 अफसरों की टीम ने इस छापे के लिए कार्रवाई में ऐसी गोपनीयता बरती कि किसी को भनक नहीं लग पाई।
जानकारी के अनुसार, बड़े लोगों से जुड़े मामले पर कार्रवाई के लिए पिछले पंद्रह दिन से तैयारी चल रही थी. छापे के ठीक एक दिन पहले EOW शीर्ष अफ़सरों ने बैठक की, जिससे निचले स्तर के कर्मचारियों को कानो - कान खबर नही हुई. शीर्ष अफ़सरों ने छापे का ब्लूप्रिंट बनाने वाली टीम से पूरा प्लान समझाने के बाद आज उसे अमलीजामा पहनाया।
बताया जाता है कि शनिवार को बैठक के बाद ठीक शाम सात बजे EOW से एक अधिकारी DG डी.एम. अवस्थी का पत्र लेकर SSP के पास पहुंचे. तीन लाइन के पत्र मिलते ही SSP ने तुरंत आरआई को फोर्स मुहैया कराने के निर्देश दिए।
EOW की टीम ने केवल अफसरों और डिस्टलरी पर ही नहीं शराब की बोतलों के लिए होलोग्राम बनाने वाली प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के नोयडा स्थित परिसर में भी टीम ने आज सुबह दबिश दी. इसके लिए एक DSP के नेतृत्व में EOW की पार्टी दो दिन पहले दिल्ली रवाना हो गई थी।
शराब घोटाले में ED के प्रतिवेदन पर EOW ने अपराध दर्ज किया था. विशेष न्यायाधीश निधि शर्मा की कोर्ट पहुंचकर से EOW ने सर्च वारंट लिया और तड़के 14 ठिकानों पर धमक गई. EOW ने जिन लोगों के ठिकानों पर दबिश दी है इनमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड , पूर्व आईएएस निरंदास दास, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, सरकारी शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी, आबकारी अधिकारी सौरभ बख्शी, अशोक सिंह, अरविंद सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया, अनवर ढेबर और नोएडा में विदु गुप्ता शामिल हैं।