छत्तीसगढ़ - ढाई लाख रुपये प्रति किलो वाले आम की तस्वीर शोसल मीडिया में डालते ही चार आम हो गए चोरी
महासमुंद , 18-06-2023 5:37:32 AM
महासमुंद 18 जून 2023 - नगर के 69 वर्षीय निवासी लक्ष्मीनारायण ने अपने बगीचे के जापानी आम मियाजाकी की तरह दिखने वाले बैंगनी रंग के आम की तस्वीर इंटरनेट पर डाली तो चार आम चोरों ने पार कर दिए। ओडिशा के नुआपड़ा जिले के खरियार रोड निवासी सोने - चांदी का कारोबार करने वाले लक्ष्मीनारायण जहानाबादी का पेड़ पौधों और प्रकृति के प्रति लगाव काबिले तारीफ है।
इन दिनों ढाई लाख रुपये किलो वाला जापानी आम ' मियाजाकी ' चर्चा का विषय बना हुआ है। समाचार पत्र एवं टीवी चैनल पर खबर देखने के बाद लक्ष्मीनारायण को इस विषय में जानकारी हुई तब उन्हें याद आया कि इसी तरह के आम की किस्म उनके बगीचे में भी है। जो मियाजाकी हो सकती है। यह आम भी मियाजाकी की तरह बैंगनी रंग का है।
उनके बगीचे में फले उस आम की फोटो उन्होंने शोसल मीडिया में डाली और अगले दिन उस किस्म के सभी आम चोरी हो गए। उस किस्म का सिर्फ एक आम बचा। चोर ने बाकी किस्म के किसी भी आम को हाथ नहीं लगाया। लक्ष्मी नारायण ने अब फार्म हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। जल्द ही वे बचे आम का परीक्षण कराएंगे और यदि वो मियाजाकी निकलता है तो उसका उत्पादन भी बढ़ाएंगे।
उन्हें बचपन से ही बागवानी का शौक रहा है। आज उनके बगीचे की हरियाली सुकून देनी वाली है। आपको उनके बगीचे में आम ही 38 प्रजातियों के मिलेंगे और आम की मिठास ऐसी है कि हर कोई दीवाना हो जाए। वर्ष 2009 में लक्ष्मीनारायण ने बगीचा लगाने नगर से करीब तीन किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के नर्रा गांव में कोमाखान मार्ग पर साढ़े तीन एकड़ जमीन खरीदी।
जमीन बंजर थी पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। लोगों ने मना भी किया लेकिन उनके शौक और मेहनत के आगे सारी कठिनाइयों को घुटने टेकने पड़े। साल 2010 में उन्होंने वहां फार्म हाउस बनाना शुरू किया। नाम रखा राम फुलवारी। जमीन को उपजाऊ बनाया और दस पेड़ों से शुरुआत की। लक्ष्मीनारायण पेशे से कारोबारी है। ज्वेलर्स चलाते हैं। वे बताते हैं कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण अपना शौक पूरा नहीं कर पाए थे। पर अब बीते छह वर्षों से दिन का अधिकांश समय यहीं पेड़ पौधों की देखभाल करने में बिताते हैं।



















