सक्ती - रिषभतीर्थ में संचालित बीएड कॉलेज में नॉनअटेंडेंस एडमिशन के नाम पर हो रहा है बडा खेला ???
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सक्ती 14 नवंबर 2023 - सक्ती के रिषभतीर्थ ( दमाऊधारा ) में संचालित श्याम शिक्षा महाविद्यालय इन दिनों बीएड के एडमिशन को लेकर काफी चर्चा में है बताया जा रहा है कि इस महाविद्यालय में छात्रों को बीएड में नॉनअटेंडेंस एडमिशन लेने के लिए कहा जा रहा है बल्कि उनसे एक से डेढ़ लाख तक कि फीस वसूल की जा रही है।
श्याम शिक्षा महाविद्यालय में रेग्युलर की जगह नॉनअटेंडेंस एडमिशन लेकर कॉलेज संचालक मोटी कमाई कर अपनी तिजोरी भर रहे है जिसकी शिकायत कुछ पालकों ने निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग में की है।
श्याम शिक्षा महाविद्यालय में एडमिशन लेने गई कुछ छात्राओ ने बताया कि उन्होनें बीएड का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर काउंसलिंग में तीन बीएड कॉलेज का नाम डाला था और उनका नाम रिषभतीर्थ में संचालित श्याम शिक्षा महाविद्यालय में आया था और वे जब एडमिशन लेने के लिए गई तब उन्हें रेग्युलर की जगह नॉनअटेंडेंस एडमिशन लेकर पढ़ाई करने की सलाह देते हुए फीस के तौर पर एक लाख रुपये एकमुश्त जमा करने की बात कही जब छात्राओ ने असमर्थता जाहिर की तब उन्हें नियमित एडमिशन के लिए बार बार कॉलेज का चक्कर लगवाया जा रहा है।
क्या है नॉनअटेंडेंस ???
नॉनअटेंडेंस का मतलब यह होता है कि आपको पढ़ाई करने के लिए कॉलेज आने की जरूरत नही होती है और आपका नाम नियमित छात्र के रूप में दर्ज रहता है और बाकायदा कॉलेज के रजिस्टर में आपकी हाजरी लगते रहते है जिस दिन प्रेक्टिकल या टेस्ट होना रहता है उसके एक दिन पहले छात्र को सूचित कर दिया जाता है और छात्र उसमें शामिल हो जाता है इसके बाद छात्र को सिर्फ मुख्य परीक्षा देने जाना होता है और फिर बीएड की डिग्री आपके हाथ मे होती है।
सूबे के संवेदनशील मुखिया भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में स्वामी आत्मानंद स्कूल और कॉलेज की शुरुआत की है साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग में थोक के भाव मे शिक्षकों की भर्ती के लिए लगातार वैकेंसी निकाल रही है और इन सब मे बीएड , डीएड की डिग्री अनिवार्य कर दी है लिहाजा अभ्यर्थियों में बीएड और डीएड करने की होड़ मच गई है जिसका फायदा बीएड कॉलेज के संचालक उठा रहे है।
बता दे कि छत्तीसगढ़ फीस विनियामक समिति ने बीएड (बैचलर आफ एजुकेशन) की अधिकतम फीस 34 ,697 रुपये तय की है।