सौम्या के साथ खेला कौन सा खेल…बताते क्यों नहीं भूपेश बघेल? , कितनी थी घोटाले में हिस्सेदारी?
राजनाँदगाँव , 2024-04-26 01:03:42
राजनांदगांव 26 अप्रैल 2024 - पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। ‘कका दुलरवा’ के तौर पर पूरे प्रदेश में अपनी अलग छाप छोड़ने का दावा करने वाले भूपेश बघेल इन दिनों भाजपा ही नहीं कांग्रेस नेताओं के भी निशाने पर हैं।
आरोपों की छड़ी के बीच भाजपा नेता भरत वर्मा ने भूपेश बघेल पर एक के बाद एक कई आरोप लगाते हुए सवाल दागे हैं। उन्होंने सीधे पूछा है कि भ्रष्टाचार में सौम्या चौरसिया और आपके बीच क्या डील हुई थी। भ्रष्टाचार में कितने प्रतिशत थी दोनों की हिस्सेदारी?
भरत वर्मा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी पर वे खामोश क्यों है? बार-बार सौम्या चौरसिया की जमानत रद्द हो रही है, वह आपकी उप सचिव रही हैं। यह संभव ही नहीं हैं की आप इस भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं।
आरोपी में या तो जेल में हैं या तो बेल पर। इनसे आपका सीधा संबंध रहा है तो क्या आप इन सबके ऊपर लगे आरोपों में हिस्सेदार नहीं हैं? अगर हिस्सेदारी नहीं है, तो इन सबकी वकालत क्यों की? लगातार आपके बयान आते रहें की आप इनके साथ में खड़े रहे। जब शुरुआती दौर में सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई की गिरफ्तारी हुई थी, तब भूपेश बघेल ने चिल्ला-चिल्लाकर उनके निर्दोष होने के दावे किए थे। लेकिन आज लगभग 16 से 18 महीने हो गए उन्हे कोर्ट ने जमानत नहीं दी है। मुख्यमंत्री रहते अपने ही जनता से लूट पर अपने कार्यवाही करने की जगह भ्रष्टाचारियों का साथ दिया क्या आप इस पर शर्मिदा नहीं हैं।
इन सवालों को पूछते हुए भरत वर्मा ने कहा कि ये सभी तथ्य बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के आदिवासियों और अनुसूचित जाति के साथियों व पिछड़े वर्ग के लोगों के हक पर डांका डाला गया है। इसमें भूपेश बघेल भी एक पार्टनर रहे हैं। भूपेश बघेल को वोट देना मतलब छत्तीसगढ़ को लूटने वाले नवाज खान, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई को वोट देना है।