कोरोना का फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश , क्राइम ब्रांच की टीम ने 4 लोगों को किया गिरफ्तार
cgwebnews.in
महाराष्ट्र
मुम्बई 01 फरवरी 2022 - मुम्बई क्राइम ब्रांच की यूनिट 4 ने एक ऐसे शख़्स को गिरफ़्तार किया है जो की लोगों की कोविड का फ़र्ज़ी निगेटिव सर्टिफिकेट बनाकर इसलिए देता था की लोगों को यात्रा करने का मौक़ा मिले. इसके अलावा जांच में यह भी सामने आया की कुछ लोगों ने इस आरोपी से कोविड की फ़र्ज़ी पॉज़ीटिव रिपोर्ट भी बनवाई है. लोगों ने यह रिपोर्ट इसलिए बनवाई ताकि उन्हें उनके ऑफिस से छुट्टी लेने में दिक़्क़त न आए. क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक़ गिरफ़्तार आरोपी का नाम विक्रम तेली है जो की एक मोबाइल की दुकान चलाता है और अधिक पैसे कमाने के लिए इस तरह का फ़र्ज़ीवाड़ा करता था।
क्राइम ब्रांच के DCP नीलोत्पल ने ABP न्यूज़ को बताया की पुलिस को जानकारी मिली थी की इस तरह से एक शख़्स लोगों को फ़र्ज़ी कोविड की रिपोर्ट बनाकर दे रहा है. जिसके बाद हमने एक फ़र्ज़ी ग्राहक भेजा और हमने ग्राहक बनकर उससे फ़र्ज़ी रिपोर्ट की मांग की और जैसे ही उसने रिपोर्ट की कॉपी दी हमने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और गिरफ़्तार किया।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने 4 फ़र्ज़ी ग्राहक भेजे थे. जिसके से दो लोगों ने पॉज़िटिव रिपोर्ट मांगी और दो लोगों ने निगेटिव रिपोर्ट मांगी और विक्रम तेली ने दोनो ही रिपोर्ट बनाकर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को दी. पूछताछ में आरोपी ने बताया की वो निट्रो प्रो पीडीएफ़ एडिटर का इस्तेमाल कर इस तरह से फ़र्ज़ी रिपोर्ट बनाकर देता था. क्राइम ब्रांच ने वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले पर छापेमारी करने के लिए पुलिस निरीक्षक इंद्रजीत मोरे , जगदीश भांबल , एपीआई गव्हाने , बिरादार , सहित 7 और लोगों की टीम बनाई थी. पुलिस ने छापेमारी के दौरान जब आरोपी के कम्प्यूटर की जांच की तो उसने से 400 से 500 लोगों को फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट दिए थे।