पापा ने प्यार से बेटी को गिफ्ट किया स्कूटी , लेकिन स्कूटी का नंबर मिला ऐसा की सबकी आँखे शर्म से झुक गई
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नई दिल्ली
नई दिल्ली 30 नवम्बर 2021 - वाहनों के नंबर ज्यादातर लोगों के कोई खास मायने नहीं रखते हैं. वाहन लेते समय जरूर कुछ लोग पैसे देकर वीआईपी नंबर आवंटित करवा लेते हैं, अन्यथा साफ्टवेयर से स्वत: ही नंबर आवंटित हो जाता है।
लेकिन क्या आपने सुना है कि RTO ने कभी किसी को उसकी गाड़ी का ऐसा नंबर अलॉट कर दिया, जिसे लेकर सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाए ? राह चलते लोग ताने मारें और छींटाकशी करें ? मजबूरी में वाहन होने के बावजूद पैदल चलना पड़े ? जी हां, अमूमन ऐसा होता नहीं, लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. हालांकि इस संबंध में RTO ने रास्ता जरूर बताया है।
दिल्ली में रहने वाले युवती को जॉब के लिए रोजाना नोएडा जाना पड़ता था. मेट्रो, बस और ऑटो का सफर करना पड़ता था, जिसमें काफी समय बर्बाद होता है. उसने पापा से स्कूटी मांगी, पिता ने एक साल बाद उसकी इच्छा पूरी की और दिवाली में स्कूटी गिफ्ट कर दी. पहले अस्थाई नंबर मिला, बेटी खुशी-खुशी स्कूटी से आफिस जाने लगी।
लेकिन जब स्कूटी का रजिस्ट्रेशन नंबर आया तो परेशान हो गई. नंबर में ऐसे अल्फाबेट्स आए, जिसकी वजह से वह स्कूटी पर नंबर डलवाना नहीं चाह रही थी. लेकिन 15 दिन के अंदर रजिस्ट्रेशन नंबर डलवाना अनिवार्य होता है, इसलिए मजबूरी में नंबर डलवाया. इसके बाद तो युवती का स्कूटी लेकर निकलना मुश्किल हो गया।
युवती को स्कूटी का रजिस्ट्रेशन नंबर DL3 SEX**** मिला. युवती ने नंबर लिखवाकर चलाना शुरू की तो आसपास की महिलाएं और लड़के निकलते समय तंज कसने लगे. युवती के मुताबिक स्कूटी के नंबर को लेकर लड़के उस पर तरह-तरह के कमेंट्स पास करते हैं. यहां तक कि जब युवती या उसके परिवार वाले पैदल निकलते हैं तब भी कमेंट्स करते हैं. मजबूरन अब युवती ने स्कूटी चलाना बंद कर दिया है, पहले की तरह ही वह बस, मेट्रो या ऑटो से रोजाना ऑफिस आना-जाना कर रही है।
युवती को स्कूटी का जो रजिस्ट्रेशन नंबर मिला है वो DL3 SEX**** मिला है। इसमें DL का मतलब दिल्ली और 3 डिस्ट्रिक कोड है। इसके बाद S का मतलब दोपहिया , जबकि EX सीरीज नंबर है।
एनसीआर, गाजियाबाद के एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि नंबर का आवंटन कप्यूटराइज्ड होता है, इसलिए इसे बदला नहीं सकता है. लेकिन इसका एक रास्ता जरूर हो सकता है कि स्कूटी की एनओसी दिल्ली के आसपास के शहर की ले सकते हैं और वहां पर रजिस्ट्रेशन कराकर नया नंबर लिया जा सकता है. इस तरह पुराने नंबर को बदला जा सकता है।