राज्य की सड़कों पर बस दौड़ने के मामले में फंसा पेच , क्या है वजह पढ़े इस खबर में
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छत्तीसगढ़
रायपुर 26 जून 2020 - छत्तीसगढ़ की सड़कों पर बसों के दौड़ाने का मामले में पेंच फंस गया है , गुरुवार की देर शाम राज्य शासन ने एक आदेश जारी कर कुछ शर्तो के साथ एक जिले से दूसरे जिले तक बसो के संचालन की अनुमति दी है।
लेकिन राज्य सरकार द्वारा आदेश जारी करने के तुरंत बाद ही बस मालिकों ने बस चलाने से इंकार कर दिया है।
छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि जब तक उनकी 03 मांगे पूरी नहीं होती है तब तक वह बस नहीं चलाएंगे। बस मालिकों ने सरकार के सामने तीन प्रमुख रखी है।
01- इनमें पहला लॉक डाउन अवधि के आगामी 6 माह का टैक्स माफ किया जाए।
02- डीजल की कीमतों के अनुपात में यात्री किराए में वृद्धि की जाए।
03- नॉन यूज बसों को बिना टैक्स लिए खड़ी करने की अनुमति दी जाए।
बता दें कि देर शाम राज्य सरकार ने लोगों की आवश्यकता को देखते हुए जिले के अंदर और एक जिले से दूसरे जिले के लिए बसों के संचालन की अनुमति प्रदान की थी । शासन ने बसों के संचालन की अनुमति इस शर्तो पर दी थी की यात्री , बस ड्राइवर और कंडक्टर मास्क पहनेंगे। वहीं बस में गुटका, तम्बाकू और धूम्रपान करना पूर्णतः वर्जित रहेगा । ड्राइवर-कंडक्टर की ड्यूटी बारी-बारी से रहेगी। बसों को रोजाना सैनिटाईज करना अनिवार्य रहेगा है। लेकिन बस मालिकों के मांग सामने आने के बाद बस संचालन का मामला अटकते नजर आ रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक बस संचालको की मांग सामने के बाद परिवहन मंत्री ने एक बैठक बुलाई है । सरकार के सामने अपनी मांगे रखने के बाद परिवहन मंत्री ने बस संचालकों को चर्चा के लिए बुलाया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुक्रवार की दोपहर 02 बजे बैठक प्रस्तावित है । इस बैठक में बस संचालकों के द्वारा रखी गई तीनो मांगों पर चर्चा कर सहमति बनाने का प्रयाश किया जाएगा ।