मुख्यमंत्री ने दिया दीपावली का तोहफा , पेट्रोल पर 05 और डीजल पर 04 रुपये की और मिली राहत
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मध्य प्रदेश
भोपाल 05 नवम्बर 2021 - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को दीपावली का बड़ा तोहफा दिया है। पेट्रोल पर पांच और डीजल पर चार रुपये की और राहत दी गई है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर पांच और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाकर राहत दी थी। प्रदेश सरकार द्वारा वैट (वेल्यू एडेड टैक्स) और अतिरिक्त शुल्क में कमी की गई है। पेट्रोल और डीजल पर एक-एक प्रतिशत सेस बरकरार रहेगा। नई दरें चार नवंबर को रात बारह बजे से प्रभावी होंगी।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को सुबह ही मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम और कम करने के लिए टैक्स में कमी करने की घाेषणा कर दी थी। वाणिज्यिक कर विभाग ने इसके लिए पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट और प्रति लीटर अतिरिक्त शुल्क को घटाने का फैसला किया है।
प्रदेश में पेट्रोल पर 33 प्रतिशत वैट, साढ़े चार रुपये अतिरिक्त शुल्क और एक प्रतिशत सेस लिया जाता है। इसे घटाया गया है। अब पेट्रोल पर वैट 33 की जगह 29 प्रतिशत लगेगा यानी चार प्रतिशत की कमी की गई है। वहीं, साढ़े चार रुपये की जगह अतिरिक्त शुल्क ढाई रुपये प्रति लीटर लगेगा। इससे प्रदेश में पेट्रोल प्रति लीटर लगभग 106.86 रुपये हो जाएगा। वहीं, डीजल पर वैट 23 प्रतिशत था, जिसे घटाकर 19 प्रतिशत किया गया है यानी इसमें भी चार प्रतिशत की कमी की गई है। इसी तरह अतिरिक्त शुल्क प्रति लीटर तीन रुपये के स्थान पर डेढ़ रुपये किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम आर्थिक कठिनाइयां होने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार ने दीपावली के दिन बड़ा फैसला किया है। बुधवार काे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्साइज ड्यूटी घटाई थी जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम घटे थे। उसी रास्ते पर चलते हुए जनता को महंगाई से राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल में वैट और अतिरिक्त कर में कमी करने का फैसला किया है।
इससे डीजल एवं पेट्रोल की कीमत में सात रुपये प्रति लीटर की अतिरिक्त कमी आएगी। इससे शेष वित्तीय वष की अवधि तक यानी मार्च 2022 तक जनता को लगभग एक हजार 948 करोड़ रुपये का लाभ होगा। तीन नवंबर 2021 को पेट्रोल 118.83 पैसे प्रति लीटर था, वह पांच नवंबर 2021 को 106.86 रुपये प्रति लीटर संभावित है। वहीं, डीजल तीन नवंबर को 107.90 प्रति लीटर से घटकर पांच नवंबर 2021 को 90.95 रुपये प्रति लीटर संभावित है।
पेट्रोल और डीजल सरकार के लिए राजस्व अर्जित करने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है क्योंकि यह पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे सरकार को प्राप्त होता है। अक्टूबर में सरकार को पेट्रोल और डीजल पर कर से एक हजार 251 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बाद प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां तेजी के साथ बढ़ रही हैं इसलिए राजस्व भी लगातार बढ़ रहा।