साहब अब डॉक्टर ही नही पत्रकार भी बन गए है झोलाछाप , त्यौहार आते ही निकल जाते है शिकार पर , कृपया ध्यान दे
cgwebnews.in
जांजगीर चाम्पा
सक्ती 31 अक्टूबर 2021 - आज से लगभग 16 साल पहले जब मैंने नेशनल न्यूज चैनल JAIN tv से अपना कैरियर शुरू किया था वो वक्त अलग था उस समय मे कलम बोलती थी और लोग पूरी तरह से ध्यान लगा कर हर एक लफ्ज को सुनते थे और उस खबर का असर शासन और प्रसासन तक होता था।
लेकिन किसी के किये एक गलती को लोग आज भी भुगत रहे है ' भारत मे ना वो पेड़ आता और ना ही उस डाली पर फूल खिलता " अब उसी पेड़ की तरह पत्रकार उग आए है।
मेरी यह खबर बहुत लोगो को चुभेगी लेकिन वे सच्चाई से मुँह नही मोड़ पाएंगे क्योंकि इस खबर में मैं अपनी सिर्फ 16 साल का कटू अनुभव ही नही उस बात का सार लिख रहा हूँ जो मैंने अब तक महसूस करने के साथ झेला है।
अब मुझे यह कहने में जरा भी परहेज नही है की सिर्फ डॉक्टर ही नही पत्रकार भी झोलाछाप हो गए है यही वजह है की आज रविवार को प्रतिष्ठित चैनल के कुछ पत्रकार झोला लेकर एक संस्थान पर पहुँचे और महीनों पुरानी उस बात का जिक्र कर अवैध उगाही का प्रयाश किये जो मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
आश्चर्य की बात यह है की जिस संस्थान में उक्त पत्रकार पहुँचे थे उन्होंने जब cgwebnews.in के मुख्य कर्ताधर्ता मतलब अनिल तम्बोली को मीडिया प्रभारी बता कर उन्हें बुलाने की बात कही तब वे अपना झोला पकड़ कर चलते बने और जाते जाते यह भी कह गए की जब हमने स्वास्थ्य मन्त्री को निपटा दिया तो आप लोग किस खेत की मूली हो।
अब बात फिर वही की वही आ गई जब झोलाछाप पत्रकार किसी खबर को कवरेज करने उक्त संस्थान में पहुँचे थे खबर बनाये क्यो नही और अगर खबर बनाना उनका उद्देश्य ही नही था तब वे उस संस्थान में गए ही क्यो।
बात साफ है तीन दिन बाद दीपावली है झोले में जितना भर सको भर लो लेकिन कोई भाव ना दे तो किसी बड़े नेता का नाम लेकर डरा दो फिर भी ना माने तो फूल तो बेसरम के पेड़ का ही है मौषम चाहे कुछ भी हो खिलते ही रहेगा दुबारा झोला पकड़ो और निकल पड़ो शिकार पर।