क्राईम ब्रांच ने किया एक ऐसे सेक्स रैकेट का खुलासा , जिसके बारे में कल्पना भी नही की जा सकती थी
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महाराष्ट्र
मुम्बई 20 अक्टूबर 2021 - मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो महिलाओं को देह व्यापार में काम करने को मजबूर करता था। ग्राहकों के साथ उन्हें घूमने के लिए भारत के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता था जहां दोनों एक कपल बनकर जाते थे।
क्राइम ब्रांच की यूनिट को जानकारी मिली थी कि साल 2020 में देह व्यापार व्यवसाय में गिरफ्तार एक महिला अपने पार्टनर के साथ मिलकर इस तरह के अपराध को दूसरी तरह से अंजाम दे रही है। जिसके बाद मुंबई एयरपोर्ट पर क्राइम ब्रांच की टीम ने ट्रैप लगाकर दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया और दो महिलाओं को जिन्हें इस व्यवसाय में ढकेला जा रहा था उन्हें रेस्क्यू कर शेल्टर होम भेज दिया है। गिरफ्तार महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 (2)(3) और पिटा (PITA) की धारा 4,5 तहत मामला दर्ज किया है।
यह रैकेट ग्राहकों को ढूंढा करते और अगर उन्हें कोई ग्राहक मिल जाता और डील फाइनल हो जाती है तो ये लोग महिलाओं के साथ उन्हें भारत के अलग-अलग टूरिस्ट जगहों पर भेजते थे। गोवा इनकी पसंदीदा जगह थी। ये लोग ग्राहकों को पहले तो लड़कियों के फोटो भेजा करते थे। लड़की पसंद आने के बाद ग्राहकों को गोवा या दूसरी जगह की फ्लाइट की टिकट खुद ही बुक करनी होती थी।
यह गिरोह ग्राहकों से दो दिन के लिए 50 हजार रुपये लेते थे। गिरफ्तार आरोपी उन लड़कियों से 20 प्रतिशत कमीशन लेती थी। इसके बाद ग्राहक अपनी पसंदीदा लड़की को लेकर दो दिन के लिए गोवा जाता था और फिर दोनों मुंबई वापस आते थे।
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से एक का नाम आबरुन अमजद खान उर्फ सारा है और दूसरी का नाम वर्षा दयालाल है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक उन्हें जब इस बात की जानकारी मिली तो इन लोगों ने एक फर्जी ग्राहक को तैयार किया। जिसने इन महिलाओं से संपर्क किया और उनका विश्वास जितने के बाद लड़कियों की मांग की।
जिसके बाद फर्जी ग्राहक ने गोवा के लिए फ्लाइट की टिकट भी बुक किया और जैसे ही दोनों आरोपी दो महिलाओं को लेकर एयरपोर्ट पहुंची, तो पहले से ही तैयार पीएसआई स्वप्निल काले और उनकी टीम ने तीन महिलाओं को रोक लिया और पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
पूछताछ के बाद पता चला इनकी चौथी साथी बोर्डिंग पास ले चुकी है।सीआईएसएफ की मदद से उस महिला को एयरपोर्ट से बाहर निकाला और हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने सब कबुल कर लिया और बताया कि मुंबई में पुलिस की छापेमारी ज्यादा बढ़ गई थी। इस वजह से लड़कियों को काम करने में डर लगता था इसलिए गोवा और दूसरे टूरिस्ट जगहों पर घूमने के लिए भेजा जाता था ताकि किसी को शक ना हो।