सक्ती के स्पर्श हॉस्पिटल को बदनाम करने की गहरी साजिश , हर शाजिश को cgwebnews.in करेगा बेनकाब क्योंकि , एक बार मे नस नही मिलती है जनाब
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जांजगीर चाम्पा
सक्ती 26 अप्रैल 2021 - जांजगीर चाम्पा जिले के संवेदनशील कलेक्टर श्री यशवंत कुमार जिले के मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर श्री एस एस बंजारे और छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्य स्वास्थ्य सचिव श्री सी आर प्रसन्ना ये सभी तो कुर्शी तोड़ने और आँख बंद कर आदेशो में हस्ताक्षर करने के लिए बैठे है।
अगर कोई जानकार है तो वो है सक्ती के कलमवीर जिन्हें कम्प्यूटर और लैपटॉप तो दूर डॉटपेन , जेल पेन , स्याही पेन तक ठीक से पकड़ना नही आता किस रंग के कागज पर न्यायालय में आवेदन जाता है , किस प्रोफार्मा में आर टी आई का आवेदन बनता है और 5W1H का क्या मतलब होता है जिन्हें यह नही मालूम वो प्रतिस्ठित संस्थानों को नीचा दिखाने के प्रयास में लगे रहते है।
ताजा मामला सक्ती के स्पर्श मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल से जुड़ा है जिसे प्रसासन ने कोविड - 19 हॉस्पिटल के लिए स्वीकृति दी है।
स्पर्श की तरफ से कोरोना मरीजो के लिए 11 ऑक्सीजन बेड , 04 ICU उपलब्ध कराया गया है वर्तमान में स्पर्श प्रबंधन द्वारा 24 घण्टे तक एम्बुलेंस की सुविधा के साथ स्वयं के पास 25 ऑक्सीजन सिलेण्डर और वंदना ग्रुप द्वारा प्रदत्त 10 ऑक्सीजन सिलेण्डर है जो संक्रमितों को नया जीवन देने के लिए काफी है।
जारी आदेश में एक लिपिकीय त्रुटि क्या हुई उसे बना दिया गया ईशु ।
सवाल यह है की अगर स्पर्श में यह तमाम सुविधाएं नही होती या फिर स्पर्श मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल रजिस्टर्ड नही होता तो क्या उसे कोविड - 19 हॉस्पिटल के लिए प्रसासन मंजूरी देता और क्या स्पर्श के मौजूदा स्टाफ अपनी जान को जोखिम में डाल कर कोरोना संक्रमितों का ईलाज करते और क्या वंदना ग्रुप स्पर्श को निःशुल्क 10 ऑक्सीजन सिलेण्डर डोनेट करते ???
कुछ लोगो का आरोप है की स्पर्श हॉस्पिटल मरीजो की मजबूरी का फायदा उठा कर तिजोरी भरता है तो जब आसानी से तिजोरी भरी जा रही थी तो स्पर्श प्रबंधन ने कोविड हॉस्पिटल की मंजूरी लेकर अपने और अपने परिजनों की जान जोखिम में क्यो डाली।
अफवाहों पर ना जाओ अपनी अक्ल लगाओ और स्पर्श पर भरोषा रखो क्योंकि कोरोना की इस महामारी में जरूरी नही है कि इंजेक्शन लगाने के लिए एक बार मे ही नस मिल जाय