सटोरियों को रिमांड पर लेना सक्ती पुलिस क्यो नही समझती जरूरी , आखिर क्या है पुलिस की मजबूरी,,
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सक्ती 08 मई 2024 - छत्तीसगढ़ पुलिस महादेव और रेड्डी अन्ना सट्टा बुक एप के नेटवर्क का लगातार खुलासा करते हुए सटोरियों को गोवा , पुणे , कोलकाता और नागपुर जैसे बड़े शहरों से गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ ला रही है यही नही छत्तीसगढ़ पुलिस ने सौरभ चंद्राकर और नीरज उप्पल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर चुकी है एक अन्य बुकी पप्पू जेठवानी की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।
अभी हाल ही में रायपुर , कोलकाता और गोवा से 08 बड़े बुकी और पुणे से 26 बुकी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ऑन लाईन सट्टे का पूरा सेटअप जप्त किया है साथ ही 200 से अधिक बैंक एकाउंट की जांच की जा रही है।
नीतीश दीवान , नितिन टिबरेवाल , अमित अग्रवाल , असीम दास , आरक्षक भीम सिंह यादव , ASI चंद्रभूषण वर्मा , अनिल और सुनील दम्मानी तथा सतीश चंद्राकर ED की गिरफ्त में है। स्थानीय पुलिस , ED और EOW इनसे लगातार पूछताछ कर आगे की कड़ी जोड़ने के प्रयास में है। इनमें से कई आरोपियों की ED रिमांड पर भी लिया था। चाहे वो महादेव सट्टा बुक एप हो या फिर IPL सट्टा का मामला हो आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद ED और पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ किया है।
लेकिन सक्ती मे पुलिस सटोरियों को गिरफ्तार तो करती है मगर पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ करने से बचती है। विगत कुछ महोनो के दौरान सक्ती पुलिस ने कई बड़े और रसूखदार सटोरियों को गिरफ्तार किया है लेकिन रिमांड में लेकर पूछताछ करने की जहमत नही उठाई यही वजह है कि इनके आका आज भी ना सिर्फ सुरक्षित है बल्कि लगातार अपने गुर्गों से IPL में दांव लगवा रहे है।
सक्ती शहर के प्रबुद्धजनों ने जिले की तेज तर्रार एसपी IPS अंकिता शर्मा से निवेदन किया है कि वे इस मामले में संज्ञान ले और अब से जितने भी सटोरिये पकड़े जाय उसकी पुलिस रिमांड ले और उनसे पूछताछ कर उनके आकाओं तक पँहुचे जिससे सक्ती के माथे पर लगा सट्टे का कलंक मिट सके।