खत्म होगा वक्फ कानून ?? , सदन में चर्चा के लिए स्वीकार हुआ विधेयक , विपक्ष ने किया विरोध
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नई दिल्ली
नई दिल्ली 09 दिसंबर 2023 - शुक्रवार को वक्फ एक्ट 1995 को समाप्त करने के लिए बीजेपी के राज्यसभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने एक निजी विधेयक पेश किया था। जिसे वोटिंग के बाद चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया गया है। अगर यह विधेयक पास हो गया तो देश से वक्फ कानून खत्म हो जाएंगे। इस निजी बिल का समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं।
बीते दिन हरनाथ सिंह यादव ने इस बिल को पेश करते हुए कहा थाा कि वक्फ एक्ट 1995 लोकतंत्र के प्रतिकूल है और यह देश की तमाम विधि व्यवस्थाओं के अनुरूप नहीं है। इसलिए देश हित में इसे समाप्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल जैसे माकपा , भाकपा , एनसीपी , द्रमुक , तृणमूल कांग्रेस और राजद के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए भाजपा पर ध्रुवीकरण तथा सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया है।
बिल को पेश किए जाने के बाद कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इस पर तत्काल वोटिंग की मांग की, लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ नियमों का हवाला देकर बिल का विरोध करने वाले सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका दिया। इसके बाद बिल पर हुए मत विभाजन में परिणाम बिल के समर्थन में आया। इस बिल को स्वीकार करने के पक्ष में 53 और विरोध में 32 मत पड़े। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ और जयराम रमेश के बीच नोंकझोंक हुई। सभापति ने यहां तक कह दिया कि यह सदन मछली बाजार नहीं है। वह चाहें तो सदन के संचालन के लिए उनकी सीट ले सकते हैं।
कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि अल्प संख्यकों की भावनाएं आहत करने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की फौजिया खान ने कहा कि अल्पसंख्यकों के मन में इस विधेयक से असुरक्षा की भावना बढ़ेगी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ मांझी ने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ की बात करने वाली सरकार वास्तव में सबको साथ ले कर नहीं चलती।
कांग्रेस की जेबी माथेर हीशम ने दावा किया कि सरकार जानबूझकर संवेदनशील मुद्दों को छेड़ती है।