बड़ा सड़क हादसा , ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से 27 श्रद्धालुओं की मौत , दर्जनों घायल , CM ने किया शोक ब्यक्त
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उत्तर प्रदेश
कानपुर 02 अक्टूबर 2022 - उत्तर प्रदेश के कानपुर में भीषण हादसा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बकेवर से दो दर्जन से अधिक लोग दर्शन कर ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार होकर लौट रहे थे। रास्ते में ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें 27 लोगों की जान चली गई। सूचना के बाद प्रशासन टीम घटना स्थल पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। कानपुर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर साढ़ थानाक्षेत्र के साढ़-गंभीरपुर मार्ग पर ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पानी भरी खंती (गड्ढा) में पलट गई। हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में बच्चे, किशोरी व महिलाएं हैं। सभी गांव के एक परिवार के बच्चे का मुंडन संस्कार कराने के बाद लौट रहे थे। ग्रामीणों की मदद से गड्ढे से घायलों को निकाल कर सीएचसी भेजा गया, जहां डाक्टरों ने 27 लोगों को मृत घोषित किया है। घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है। योगी ने अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत कार्य के निर्देश दिए और मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख और घायलों को 50 हजार की सहायता की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक कोरथा गांव निवासी राजू निषाद के बेटे का मुंडन का कार्यक्रम था। राजू गांव के प्रहलाद निषाद की ट्रैक्टर ट्राली लेकर स्वजन और गांव की अन्य महिलाओं व बच्चों के साथ उन्नाव-फतेहपुर सीमा पर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर गए थे। रात में लौटते वक्त ट्रैक्टर ट्राली में महिलाएं-बच्चे समेत 50 लोग सवार थे। साढ़ और गंभीरपुर गांव के बीच रास्ते में हरदेव बाबा मंदिर के सड़क किनारे पानी से भरी गड्ढे में ट्रैक्टर ट्राली पलट गई। इसके बाद चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर गंभीरपुर गांव के लोग पहुंचे और गड्ढे से लोगों को निकालना शुरू कर दिया। घटनास्थल पर स्थानीय लोगों ने बताया कि डेढ़ साल पहले साड़ से घाटमपुर मार्ग निर्माण के दौरान सड़क किनारे की मिट्टी खोदी गई थी, जिससे सड़क किनारे पांच से छह फीट गहरा गड्ढा बन गया था। बारिश के दौरान खाई में पानी भर गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताते हुए कहा कि जनपद कानपुर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत हृदय विदारक है। जिलाधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य संचालित करने तथा घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।