छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर , पहली से आठवीं कक्षा की तिमाही परीक्षा रद्द , स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने जारी किया आदेश
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रायपुर
रायपुर 25 सितंबर 2022 - माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से जारी पहली से आठवीं कक्षा की तिमाही परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हो गए हैं। इसके बाद परीक्षा रद कर दी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डा. आलोक शुक्ला ने सभी DEO को आदेश जारी कर परीक्षा निरस्त होने की जानकारी दी है। पत्र में कहा गया है कि स्कूल अपने तरीके से परीक्षा ले सकते हैं। बता दें कि एक अखबार ने सबसे पहले प्रश्न पत्र के लीक होने की खबर दी थी। इसके बाद से ही परीक्षा के आयोजन पर खतरा मंडराने लगा था।
पहली से आठवीं तक के बच्चों में शैक्षणिक गुणवत्ता के आकलन के लिए राज्य सरकार ने इस बार निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी त्रैमासिक परीक्षा का आयोजन का निर्णय लिया था। 26 से 29 सितंबर तक पहली से पांचवीं की परीक्षा और 26 सितंबर से एक अक्टूबर तक छठवीं से आठवीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा होनी थी। परीक्षा में चार दिन शेष रहते ही सारे विषयों के प्रश्न पत्र इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो गया। अखबार के पास कक्षा पहली से आठवीं तक के सभी विषयों के प्रश्न पत्र पीडीएफ फाइल में पहुंच गए।
इधर, सरकारी स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा की तैयारी भी पूरी हो गई थी। अखबार के पास उपलब्ध 86 पेज के पीडीएफ फाइल थी। प्रश्न पत्र के पहले पन्ने पर परीक्षार्थी को अपना 12 अंक का आइडी लिखना था। इसके बाद परीक्षार्थी को अपना नाम और स्कूल का नाम भी पहले पेज पर लिखना था। खबर प्रकाशित होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हड़कंप मच गया था। आखिरकार ने शासन ने परीक्षा निरस्त करने का फरमान जारी कर दिया।
जिला शिक्षा अधिकारी ( DEO ) डी.के. कौशिक के पास भी स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डा. आलोक शुक्ला का पत्र पहुंचा है। इस पत्र में स्पष्ट उल्लेख है कि पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द की जा रही है। साथ ही कहा गया है कि सभी DEO तत्काल सभी स्कूलों को सूचित करें कि जिन्हें केंद्रीकृत प्रश्न पत्र मिला हो तो वे परीक्षा में इसका उपयोग न करें। तिमाही परीक्षा के लिए पेपर की सेटिंग स्कूल स्तर पर ही तैयार करें।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डा. आलोक शुक्ला के जारी पत्र में कहा है कि परीक्षा के प्रश्न पत्र स्कूल स्तर पर ही तैयार किया जाएगा। सभी स्कूलों को हर हाल में 10 अक्टूबर तक परीक्षा का समापन करना होगा, ताकि अगले सेशन पर किसी प्रकार का प्रभाव न पड़े। इसके लिए सभी स्कूल प्रबंधन को समय रहते पूरी प्रक्रिया निपटाने कहा गया है।
पेपर लीक की खबर के साथ इंटरनेट मीडिया पर भी प्रश्नपत्र वायरल हो चुका था। इसे लेकर लोग यूट्यूब पर सर्च कर रहे थे। लोगों ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग से भी की। वहीं, शिक्षको में इस बात को लेकर भी आक्रोश पनप रहा था कि उन्हें पहले प्रश्नपत्र फोटोकापी कर बांटने कहा गया। जिसके खर्च को लेकर कोई आदेश नहीं था। इसके बाद ब्लैक बोर्ड पर प्रश्नपत्र लिखने का आदेश दिया गया।