हसदेव बांगो नहर फूटी , तीन बस्तियां डूबीं , सक्ती , रायगढ़ और जांजगीर होगा प्रभावित
cgwebnews.in
कोरबा
कोरबा 11 अगस्त 2022 - छत्तीसगढ़ में हसदेव बांगो परियोजना की मुख्य नहर अब बुधवार सुबह कोरबा में फूट गई। इसके चलते तीन बस्तियां डूब गईं। आनन-फानन में नगर निगम की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और लोगों को बाहर निकाल सामुदायिक केंद्र में शिफ्ट किया गया है। घरों में पानी घुसने से लोगों का सारा सामान और राशन बर्बाद हो गया। इसके बाद नहर में पानी सप्लाई बंद कर दी गई है। इसके चलते रायगढ़ , जांजगीर , सक्ती में सिंचाईं के लिए पानी पहुंचना बंद हो गया है। दो दिन पहले जांजगीर में भी यही नहर फूटी थी।
जानकारी के मुताबिक, कोरबा के सीतामढ़ी होकर हसदेव बांगो परियोजना की मुख्य नहर निकलती है। यहीं से आगे नहर जांजगीर , सक्ती होते हुए रायगढ़ जाती है। इस नहर से धान की खरीफ फसल के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। इसी दौरान सुबह करीब 5 बजे नहर का तटबंध फूट गया। इसके चलते तेजी से पानी बाहर आया और आसपास की निचली बस्तियों में भरना शुरू हो गया। उस दौरान लोग अपने घरों में सो रहे थे। अचानक घरों में पानी घुसने पर लोगों की नींद खुली तो हड़बड़ा कर बाहर निकले।
बस्ती में हर ओर पानी देख हड़कंप मच गया। इससे इमलीडुग्गू, बंसोड़ मोहल्ला और खंडाला बस्ती डूब चुके थे। मोहल्लों में 4 से 5 फीट तक पानी भरा था। इसकी चपेट में 40 से 45 मकान आए हैं। सूचना मिलने पर नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और करीब 2 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। जो जितना अपना सामान घरों से निकाल सकता था, लेकर बाहर आया। सभी को सामुदायिक केंद्र में ले जाया गया है। वहां निगम और प्रशासन की टीम लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था कर रही है।
बताया जा रहा है कि नहर का पानी उसके ऊपर निर्मित पुल के पिलर से टकराकर ऊपर की ओर बह रहा था। भिलाई खुर्द से आगे पानी नहीं जा रहा था। इसी के चलते पानी नीचे की बस्तियों में पहुंच गया। कोतवाली पुलिस के साथ ही SDM और अन्य अफसर मौके पर पहुंच गए। SDM ने मामले की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि नहर फूटने की घटना अप्रत्याशित है। इसे जांचा जाएगा कि निर्माण कार्य या मेंटेनेंस में कहीं गड़बड़ी तो नहीं हुई। फिलहाल पहली प्राथमिकता लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की है।