महिला सशक्तिकरण का मजाक , पंचायतों में निर्वाचित महिला सरपंच की जगह उनके पतियो ने ली शपथ
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मध्य प्रदेश
दमोह 05 अगस्त 2022 - नारी सशक्तिकरण एक ऐसी पहल है, जिसे समूचे देश में बेहद जोर-शोर से क्रियान्वित किया जा रहा है, विशेषकर राजनीति में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाने के लिए लोकतांत्रिक निकायों में उनके लिए सीटें आरक्षित की जा रही हैं और अनेक स्थानों पर तो ऐसा है कि पुरुषों के स्थान पर भी महिलाओं को निर्वाचित कर उन्हें स्थान दिया जा रहा है। इसके बाद भी हैरानी तब होती है जब इस सार्थक पहल को भी सार्वजनिक रूप से ठेंगा दिखाया जा रहा है। इसे क्या मजाक नहीं कहा जाएगा कि पंचायत चुनाव में निर्वाचित तो महिलाएं हुई हैं, लेकिन उनके स्थान पर शपथ उनके पति शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचकर ले रहे हैं। यह भी हैरत में डालने वाली बात है कि ग्राम पंचायत के सचिव भी ऐसे अनाधिकृत व्यक्तियों को शपथ दिला रहे हैं। दमोह जिले में ऐसे अनेक मामले प्रकाश में आ रहे हैं, जिसमें महिलाओं के स्थान पर उनके पतियों को शपथ दिलाई जा रही है।
महिला सशक्तिकरण के नारे और दावे की खुलेआम दमोह जिले में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक ओर जहां केंद्र सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्यक्रम चला रही है, जिससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ सके, लेकिन इन सबके बीच महिला सशक्तिकरण की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मामला दमोह जिले की अनेक जनपद पंचायतों की ग्राम पंचायतों का है, जहां पर नवनिर्वाचित सरपंच, उप सरपंच और पंच के शपथ ग्रहण समारोह ग्राम पंचायत कार्यालय में आयोजित किए गए। शपथ ग्रहण समारोह में महिला सरपंच, उपसरपंच या पंचो के स्थान पर उनके पतियों को शपथ दिलाई जा रही है और इस प्रकार का मामला एक ग्राम पंचायत में नहीं है, बल्कि अनेक ग्राम पंचायतों में इस प्रकार की स्थितियां निर्मित हो रही हैं। इन ग्राम पंचायतों के सचिव इस मामले में गोलमोल जवाब देकर मामले की इतिश्री कर रहे हैं और मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। अब ऐसे में विचार करने वाली बात यह है कि क्या भारत के संविधान में ऐसा कहीं उल्लेख है कि चुने हुए जनप्रतिनिधि की जगह कोई दूसरा व्यक्ति या प्रतिनिधि शपथ लें। यह घोर लापरवाही दमोह जिले की अनेक पंचायतों में सामने आई है। अब देखना होगा कि प्रशासनिक रूप से इस प्रकार के गंभीर मामलों में अधिकारी क्या निर्णय लेते हैं।
- इन पंचायतों में ली निर्वाचित महिलाओं के स्थान पर उनके पतियों ने शपथ -
दमोह जिले की जनपद पंचायत हटा की ग्राम पंचायत गैसाबाद, पिपरिया किरऊ, ग्राम पंचायत पटेरा की गाता सहित अनेक ऐसी पंचायतें हैं, जहां पर महिला सरपंच, उपसरपंच, पंचों के स्थान पर उनके पतियों ने शपथ ली है।
इस मामले में दमोह कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य का कहना है की जिले की जिस भी ग्राम पंचायत में इस प्रकार के मामले प्रकाश में आए हैं, उन पंचायतों की जनपद CEO के माध्यम से रिपोर्ट मंगाई गई है और उन ग्राम पंचायतों के सचिवों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी और शपथ असली जनप्रतिनिधि को ही दिलाई जाएगी।