छत्तीसगढ़ - स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही ,19 जुलाई की जगह 19 फरवरी की सूची कर दी जारी , मचा हड़कंप
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बिलासपुर
बिलासपुर 20 जुलाई 2022 - कोरोना मरीजों की सूची जारी करने में स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। 19 जुलाई को सूची में नए मरीजों का नाम ही नहीं था। इसकी बजाय 19 फरवरी को मिले 24 कोरोना मरीजों की सूची जारी कर दी गई। सूची में नाम देखकर ठीक हो चुके लोगों में हड़कंप मच गया। इसकी अफसरों से जानकारी लेने पर गड़बड़ी का पता चला। विभाग के अफसर भी चूक की बात कह रहे हैं। हालांकि मामले में अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
कोरोना महामारी फिर से बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग हर दिन संदेहियों की कोरोना जांच कर संक्रमित मिलने वाले लोगों की सूची तैयार करता है और उनके इलाज की व्यवस्था करता है। लेकिन 19 जुलाई की कोरोना संक्रमित की सूची जारी करने में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी लापरवाही बरती।
जांच के बाद 24 संदेहियों को पाजिटिव पाया गया। लेकिन जो सूची जारी की गई उसमें इनका नाम ही नहीं था। इसकी जगह 19 फरवरी मिले 24 कोरोना संक्रमित नाम डाल दिया गया। बुधवार की सुबह से उन्हें जान पहचान वालों के फोन आने लगे। पड़ोसी और दोस्तों ने दूरी बनानी शुरू कर दी। इस सूची में एक वरिष्ठ डाक्टर के साथ कई व्यापारी के नाम भी है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण उन्हें दिनभर लोगों को बताना पड़ा कि वे पाजिटिव नहीं है।
ऐसे हुआ मामले का पर्दाफाश
19 जुलाई को जारी कोरोना संक्रमण की सूची में मेंटल हास्पिटल के वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डा. आशुतोष तिवारी का नाम भी शामिल था। इस बात की खबर लगने पर लोग डा. तिवारी को फोन करने लगे। इस पर डाक्टर ने जानकारी दी कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्होंने कोरोना टेस्ट भी नहीं कराया है। इस समय काम के सिलसिल में दौरा कर रहे हैं। इसकी जानकारी लेने पर पता चला कि स्वास्थ्य विभाग ने 19 जुलाई की जगह 19 फरवरी की पुरानी कोरोना संक्रमित की सूची जारी कर दी है। पांच माह पहले डा. तिवारी संक्रमित हुए थे।
एंट्री करने वाले आपरेटरों से हुई गलती
जिले के अंदर दिनभर में मिले मरीजों की सूची शाम को स्वास्थ्य विभाग के कोरोना नियंत्रण कक्ष में बनाई जाती है। यह सूची कम्प्यूटर आपरेटर तैयार करते हैं। इसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों को भेजी जाती है। वे सूची का अवलोकन कर शासन को भेजने के साथ सार्वजनिक करते हैं। आपरेटरों में 19 जुलाई के संक्रमितों की सूची तैयार की। लेकिन अधिकारियों को 19 फरवरी की सूची भेज दी। इधर अधिकारियों ने भी सूची पर ध्यान नहीं दिया और उसे सार्वजनिक कर दिया।
इस मामले मे स्वास्थ्य विभाग PRO नौशाद अहमद का कहना है की आपरेटरों के त्रुटिवश 19 जुलाई के बजाय 19 फरवरी की कोरोना संक्रमित लिस्ट जारी कर दी है। गलती कहां से हुई है, इसका पता लगाकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।