जिले के किसान बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर , कर रहे है यह माँग , मांग पूरी नही होने पर दी यह चेतावनी
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बालोद
बालोद 29 मार्च 2022 - बालोद जिले के डौंडी तहसील स्थित ग्राम कुसुमटोला में सालों से अधूरे पड़े चिरकन बांध को पूरा कराने की मांग को लेकर एक बार फिर किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। अधूरे बांध स्थल पर धरनारत किसानों का कहना है कि जब तक अधूरे बांध का काम शुरू नहीं होगा वे आंदोलन जारी रखेंगे।
दो दिन में कोई सार्थक चर्चा नहीं हुई तो बांध स्थल से उठकर वे सड़क पर पंहुच कर चक्काजाम करेंगे। किसानों ने एक साल पहले अधूरे बांध को पूरा कराने की मांग को लेकर 21 से 23 सितंबर 2021 तक तीन दिवसीय धरना दिया था। किसानों के अनुसार उन्हें शासन-प्रशासन ने 21 जनवरी 2022 तक निर्माण कार्य प्रारंभ करने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया, जिससे नाराज कुसुमटोला सहित आस पास गांव के सैकड़ों ग्रामीण व किसान एक बार फिर बांध निर्माण पूर्ण करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं।
गौरतलब है कि 30 साल पूर्व अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के दौरान ग्राम कुसुमटोला सहित आसपास के गांव के किसानों की खेतों में सिंचाई के लिए चिरकन बांध का निर्माण प्रारंभ किया गया था। वर्तमान बालोद जिले के डौंडी तहसील स्थित कुसुमटोला के इस बांध का लगभग 80% निर्माण कार्य पूरा होने के बाद निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था। और बांध अब तक उसी हालत में अधूरा पड़ा है। गौरतलब है कि इस बांध के अधूरेपन से 30 वर्षों में किसानों की हितैषी बन, कई राजनीतिक पार्टियों की सरकारें आई और गईं, लोकसभा व विधानसभा में भी दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की सरकार रही है, जिससे कई नेताओं की तकदीर तो बदल गई, लेकिन बस नहीं बदली तो किसानों की तस्वीर और तकदीर। किसान आज भी अपनी समस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। देखने वाली बात होगी इस किसानों की मांग शासन- प्रशासन कब तक पूरा कर पाती है।