क्या खैरागढ़ उप चुनाव में त्रिकोणीय होगा मुकाबला , भाजपा , कांग्रेस के बाद जोगी कांग्रेस ने भी घोषित किया प्रत्याशी
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रायपुर
रायपुर 23 मार्च 2022 - छत्तीसगढ़ में खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को उम्मीदवार बनाया है। जंघेल पिछले चुनाव में जकांछ उम्मीदवार देवव्रत सिंह से करीब 900 वोटों से हार गए थे। वहीं जकांछ ने नरेंद्र सोनी पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है। नरेन्द्र सोनी पेशे से वकील हैं और क्षेत्र में काफी सक्रिय उम्मीदवार हैं। इसके पहले मंगलवार को यशोदा वर्मा को खैरागढ़ उपचुनाव के लिए उनके नाम की घोषणा की थी।
गृहग्राम देवारीभाट से सरपंच के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वालीं यशोदा जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस से उनकी मजबूत दावेदारी थी। वर्तमान में वे लोधी समाज की महिला इकाई की जिलाध्यक्ष भी हैं। किसान परिवार से जुड़ीं यशोदा के पति नीलांबर वर्मा भी कांग्रेस में सक्रिय हैं। वे एक बार जनपद सदस्य के अलावा ब्लाक कांग्रेस कमेटी खैरागढ़ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए 24 मार्च तक नामांकन दाखिल करना है। कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होते ही यशोदा वर्मा ने समर्थकों के साथ जिला पंचायत भवन पहुंचकर नामांकन फार्म लिया। वे 24 मार्च को वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल करेंगी।
अब तक स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में एकमात्र जिला पंचायत सदस्य विप्लव साहू का ही नामांकन दाखिल हुआ है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से मंगलवार को फार्म जमा करने कार्यकर्ता पहुंचे लेकिन दस्तावेजों में कमी के कारण नामांकन दाखिल नहीं कर पाए। खैरागढ़ सीट से राजपरिवार की पद्मा सिंह भी कांग्रेस से टिकट की दावेदार थीं, लेकिन कांग्रेस ने विवाद को देखते हुए उनके नाम पर विचार ही नहीं किया।
खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव के लिए भाजपा ने भी लोधी समाज से ही प्रत्याशी उतारा है। दो बार के विधायक व पूर्व संसदीय सचिव कोमल जंघेल को पांचवी बार विधानसभा का टिकट दिया है। वे छुईखदान से सात किलोमीटर दूर गंडई रोड पर स्थित ग्राम घिरघोली के निवासी हैं। वे पिछला चुनाव (2018) जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के देवव्रत सिंह से मात्र 870 मतों से हारे थे।
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने अधिवक्ता नरेंद्र सोनी को प्रत्याशी बनाया है। 40 वर्षीय नरेंद्र सोनी छात्र जीवन से राजनीति से जुड़े हुए हैं। महाविद्यालय में अध्यक्ष की भी रह चुके हैं। नरेंद्र ने एलएलबी की पढाई की है। पिछले सात माह से खैरागढ़ को जिला बनाने क्रमिक भूख हड़ताल आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। नरेंद्र दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के बहनोई है।
जकांछ (जे) प्रत्याशी नरेंद्र सोनी राजनीति में सीधे तौर पर सक्रिय नहीं थे लेकिन खैरागढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर पिछले दिनों चलाए गए जनांदोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका जरूर निभाई थी वे हड़ताल के दौरान पूरे समय सक्रिय रहे।